- नीरज उत्तराखंडी, पुरोला
मोरी विकास खंड के गोविंद वन्य जीव विहार क्षेत्र में स्थित गांवों में आषाढ़ माह में आयोजित होने वाले सांस्कृतिक मेलों का आगाज हो गया है. आषाढ़ माह के मेलों में क्षेत्र के ईष्टदेव सोमेश्वर महादेव प्रत्येक गांव में पहुंचकर रात्रि विश्राम कर रात्रि जागरण करते हैं. ग्रामीण तांदी,रासौं आदि नृत्य कर अपनी पौराणिक संस्कृति की छटा बिखेरते हैं. तथा क्षेत्र की खुशहाली की कामना करते है.
गोविंद वन्य जीव विहार क्षेत्र के बड़ासू,अडोर,पंचगाई पट्टी में आषाढ़ माह में आयोजित होने वाले सांस्कृतिक मेलोंका आगाज हो गया है. क्षेत्र के इष्टदेव सोमेश्वर महाराज इस अवसर पर अपने पुजारी,माली,बजीर,स्याणे, क्षेत्र के युवा,युवती, बुजुर्गो के साथ पद यात्रा कर प्रत्येक गांव में रात्रि विश्राम कर ग्रमीणों को क्षेत्र की समृद्धि एव॔ खुशहाली का शुभाशीष देते है.
बुधवार को मेले का आगाज सोमेश्वर महादेव की डोली पारम्परिक वाद्य यंत्रों के साथ सटूणी गांव पहुंची. सटूणी गांव के विणासू माता के प्रांगण में सोमेश्वर महादेव की मौजूदगी में नव निर्मित सोमेश्वर महादेव मंदिर का विधि-विधान से पूजा-पाठ, हवन,यज्ञ कर वेद मंत्रोच्चारण के साथ ही मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा कर यहां महाराज विराजमान हुए. रात्रि को जागरण कर क्षेत्र के दो दर्जन से अधिक गांव के ग्रामीणों ने तांदी,रांसौ नृत्य भी किया.
इस अवसर पर सटूणी गांव के ग्रामीणों ने भंडारे का आयोजन भी किया था.
बृहस्पतिवार को सोमेश्वर महादेव उपला पांव गांव के लिए प्रस्थान कर दिया है. विणासू माता का प्रांगण बहुत ही रमणीक स्थल पर है यहां से स्वर्ग रोहणी, बंदरपूंछ, कालानाग, केदारकांठा आदि पर्यटक स्थल का अद्भुत नज़ारा दिखाई देता है. इस अवसर पर देवता के पुजारी रामध्यान,चैन सिंह रावत, प्रहलाद सिंह पंवार,ज्ञान सिंह, नेगी सिंह, अकबर सिंह आदि मौजूद थे.