रामनगर: राजकीय शिक्षक संघ ने मोर्चा खोल दिया है। शिक्षा मंत्री के साथ दो माह पहले हुई बैठक में विभिन्न मांगों पर सहमति के बाद भी अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है, जिससे शिक्षक नाराज हैं। इसके चलते प्रांतीय नेतृत्व के आह्वान पर प्रदेशभर के 17 हजार से अधिक शिक्षक काली पट्टी बांधकर शिक्षण कार्य कर रहे हैं।
राजकीय शिक्षक संघ के प्रांतीय नेता पूर्व मंडलीय मंत्री नवेंदु मठपाल नेके अनुसार राजकीय शिक्षक संघ के साथशिक्षा मंत्री धनसिंह रावत के साथ दो माह पूर्व हुई बैठक में विभिन्न मांगों में सहमति बनी थी। बावजूद विभागीय अधिकारियों और शासन ने कोई कार्रवाई नहीं की।
उन्होंने बताया कि शिक्षक संघ उत्तराखंड की प्रांतीय कार्यकारिणी के आवाह्न पर आज से चरणबद्ध आंदोलन प्रस्तावित है। इसी आंदोलन के तहत आज सभी अध्यापकों ने हाथ में काली पट्टी बांधकर पठन-पाठन करते हुए विरोध जताया।
ये हैं मांगें
मठपाल के अनुसार मांगों में पुरानी पेंशन बहाली की मांग के साथ-साथ सभी स्तरों की पदोन्नति सूची तत्काल जारी किए जाने, 5400 ग्रड-पे को राजपत्रित घोषित किए जाने, स्थानांतरण की विसंगतियों को दुरुस्त कर म्युचल स्थानांतरण की सूची निर्गत करने जैसी मांगे महत्वपूर्ण मांगें शामिल हैं।