जोशीमठ. राजकीय महाविद्यालय जोशीमठ में 12 दिवासीय देवभूमि उद्यमिता विकास कार्यक्रम का आज आगाज हुआ. दीप प्रज्ज्वलन के पश्चात कार्यक्रम का उदघाटन करते हुए महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. चरण सिंह राणा ने कहा कि, 12 दिवसीय इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में 45 उद्यमियों को प्रशिक्षित किया जायेगा, साथ ही सभी प्रशिक्षनार्थियों का उद्यम आधार पंजीकरण भी किया जाएगा! उद्यमिता के बारे बताते हुए प्राचार्य डॉ राणा ने कहा की वर्तमान समय में स्वरोजगार से ही विकास संभव है, सरकारी नौकरियों के अवसर लगातार कम होटे जा रहे हैं, ऐसे में स्वरोजगार ही एक विकल्प है!
कार्यक्रम के संयोजक श्री नंदन सिंह रावत ने बताया की- उद्यमिता विकास संसथान,अहमदाबाद- के सौजन्य यह प्रशिक्षण स्वरोजगार की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा!
उद्यमिता विकास संस्थान के प्रशिक्षक जयदीप किशोर ने प्रशिक्षार्थियों को संबोधित करते हुए बताया की, वर्तमान समय में स्वरोजगार आपको समाज में आर्थिक- सामाजिक रूप से स्थापित करता है, साथ ही भारत सरकार और राज्य सरकार के सहयोग से चलाई जा रही योजना के पाठ्यक्रम की जानकारी दी!
कार्यक्रम का सञ्चालन करते हुए डॉ. नवीन पन्त ने उद्यमिता के सिद्धांत, बाजार के महत्व – स्वरोजगार शुरु करने के गुर बताये! कार्यक्रम के प्रथम दिन 25 उध्यमियों का रजिस्ट्रेशन प्रथम दिवस में किया गया!
इस अवसर पर वरिष्ठ प्राध्यपक डॉ जी की सेमवाल, डॉ. एस. एस राणा, डॉ. किशोरी लाल, नितिन सेमवाल, राकेश चन्द्र मैठाणी, कला चौहान और अनुज नम्बूद्री के अलावा – बी. ए. प्रथम एवं द्वितीय वर्ष के अलावा बी.एस.सी. के छात्र छात्राएं उपस्थित थी! कार्यक्रम का सञ्चालन डॉ नवीन पन्त ने किया!